गौतम बुद्ध नगर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज जनपद गौतम बुद्ध नगर के भ्रमण के दौरान बैनेट यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा के दीक्षांत समारोह में सम्मिलित होने के उपरांत गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय पहुंचे। जहां पर उन्होंने विश्वविद्यालय के सभागार में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना प्राधिकरण और मेरठ मंडल की कानून व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने शासन की जनहित एवं जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध तरीके से गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने अवैध नशे के सौदागरों के खिलाफ चलाये जा रहे प्रदेशव्यापी अभियान में विश्वविद्यालयों को भी जोड़ने की बात कही। उन्होंने विश्वविद्यालयों से अपने यहां नशे के खिलाफ इंटरनल टीम के गठन की बात कही। उन्होंने बैठक में मौजूद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को नशे के खिलाफ चल रहे अभियान में तेजी और सख्ती लाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों के आसपास मंडराने वाले संदिग्ध लोगों की जांच-पड़ताल की जाए। विद्यार्थियों को अवैध नशे के दलदल में झोंकने वाले तत्वों को गिरफ्तार करते हुए उनकी संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने मेडिकल कॉलेजों में रिहैबिलेशन सेंटरों की स्थापना करने के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन उद्यमियों ने यहां निवेश किया है जल्द से जल्द उनके कार्यालय यहां खोलने के लिए प्रयास किये जाएं। उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा की समीक्षा करते हुए कहा कि इसमें अधिक से अधिक संख्या में नागरिकों और योजनाओं के लाभार्थियों को शामिल किया जाए। साथ ही ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी, न्यू नोएडा डेवलपमेंट और थीम आधारित पार्कों की मुख्यमंत्री ने जानकारी ली। वहीं अफसरों ने प्रेजेंटेशन के जरिए अपशिष्ट प्रबंधन, स्टार्टअप्स, यीडा मास्टर प्लान 2041 सहित नई दिल्ली-मुम्बई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को लेकर भी मुख्यमंत्री को जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सेफ सिटी के अंतर्गत लगाये जा रहे सीसीटीवी की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। साथ ही कंट्रोल रूम बनाकर सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखा जाए। उन्होंने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही सभी प्राधिकरणों को जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ निरंतर संवाद स्थापित करने की बात कही। उन्होंने प्राधिकरणों के मास्टर प्लान समय से शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इसके अलावा अवैध कब्जों को हटाने के लिए ठोस प्लान तैयार करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने आईजीआरएस और राजस्व से संबंधित मामलों को समय से निस्तारित करने के सख्त निर्देश दिये। साथ ही जनप्रतिनिधियों द्वारा बताई गई समस्याओं को भी गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से निस्तारित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक में प्रमुख रूप से उत्तर प्रदेश सरकार में लोक निर्माण विभाग के मंत्री बृजेश सिंह, नोएडा विधायक पंकज सिंह, दादरी विधायक तेजपाल नागर, जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह, एमएलसी श्री चंद शर्मा, मंडलायुक्त मेरठ सेल्वा कुमारी जे, पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, सीईओ नोएडा प्राधिकरण लोकेश एम, सीईओ यीडा अरुणवीर सिंह और सीईओ ग्रेटर नोएडा रवि कुमार एनजी तथा पुलिस एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण भी मौजूद रहे।