नोएडा। सेक्टर 12 में एक बच्चे के इलाज मे लापरवाही करने व परिजनों से अभद्रता करने की शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की गई है ।
पूरा मामला सेक्टर 12 स्थित डॉक्टर पिपलानी के क्लीनिक से जुड़ा हुआ है। बीते दिनों सेक्टर 11 आरडब्ल्यूए अध्यक्ष अनुज गुप्ता अपने 9 साल बेटे का इलाज कराने के लिए डाक्टर पिपलानी के क्लीनिक पर गए। उनके बेटे के हाथ में चोट लग गई थी। डॉक्टर पिपलानी के अलावा अनुज गुप्ता ने एक अन्य डॉक्टर को भी इस मामले की जानकारी दी थी। तब उन्होंने सुझाव दिया था कि एक सप्ताह के लिए आप बच्चे के हाथ में प्लास्टर चढ़वा लीजिए। वह बाहर से कराए हुए एक्स-रे तथा अपने बच्चों को लेकर सेक्टर 12 स्थित डॉक्टर पिपलानी के क्लीनिक पर पहुंच गए। पहले तो डॉक्टर ने बोला की प्लास्टर चढ़ाने की जरूरत नहीं है। फिर बाद में प्लास्टर चढ़ाने की बात पर वह भी राजी हो गए । लेकिन उन्होंने कहा कि यह प्लास्टर एक सप्ताह के लिए नहीं बल्कि 3 सप्ताह के लिए चढ़ेगा। पीड़ित ने बताया कि करीब 6000 से ज्यादा रुपए डॉक्टर पिपलानी ने मुझे लिया। लेकिन बच्चें के हाथ में प्लास्टर चढ़ाते समय न कोई पाउडर न ही कोई दवा या लोशन का इस्तेमाल किया गया सिर्फ गीली पट्टी बांध दी गई। मैं बच्चे को घर लेकर आया तो उसके हाथ में खुजलाहट व दर्द शुरू हो गया। बच्चा काफी घबरा गया। इससे पूरे परिवार में अफरा तफरी मच गई।
मैं बेटे को लेकर फिर डॉक्टर के पास गया और इस मामले की जानकारी दी। तब उन्होंने बोला कि यह प्लास्टर खोलकर फिर से बांधना पड़ेगा। लेकिन इसका पूरा खर्च तुम्हें दोबारा से देना पड़ेगा। मैंने बोला कि यह गलती तो आपकी है तो दोबारा हमसे क्यों खर्च लिया जाएगा। इस बात पर वह भड़क गए और मेरे साथ बदसलूकी करने लगे। बोले अब मैं तुम्हारे बच्चे का इलाज नहीं करूंगा जिससे शिकायत करनी हो कर लो। डॉक्टर पिपलानी ने कहा कि मेरे लेटर हेड पर लिख कर दो कि आगे बच्चे की जिम्मेदारी मेरी नहीं है। तब मैं अपने बेटे को कैलाश अस्पताल में ले गया जहां पर उसका सकुशल इलाज हुआ।
सीएमओ को दी लिखित शिकायत
आरडब्ल्यूए अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने नोएडा डीएम व मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नाम लिखित शिकायत पत्र दिया है जिसमें उन्होंने आपबीती बताई है। उन्होंने कहा कि जिस डॉक्टर को हम भगवान समझ कर इलाज करवाने जाते हैं उसका ऐसा चरित्र चिंताजनक है। लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जिलाधिकारी व सीएमओ से इस मामले में कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।