ग्रेटर नोएडा I विगत वर्षों की भांति इस वर्ष श्री बालाजी मानव सेवा समिति ने अपने 11 वें वार्षिक महोत्सव शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर जी. एन. आई. ओ. टी. के सेमीनार हाल नालेज पार्क में संस्कार संध्या वार्षिक महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया I संस्था के मीडिया प्रभारी अमरजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस रंगारंग कार्यक्रम में संस्था द्वारा संचालित संस्कार केन्द्र में आयोजित सनातन को जाने प्रतियोगिता के बच्चों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरुष्कृत किया गया I कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हरिद्वार से पूजनीय वंदनीय महामंडलेश्वर आचार्य यतींद्रानंद गिरि महाराज एवं विशिष्ठ अतिथि गौ कथा वाचक आचार्य स्वामी सत्य देवानंद महाराज श्री धाम वृंदावन, मुख्य वक्ता अशोक बेरी जी अखिल भारतीय अधिकारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, संस्था के संस्थापक सतेन्द्र राघव व अति विशिष्ट अतिथि प्रकाश हॉस्पिटल के अध्यक्ष डॉक्टर वी एस चौहान ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया I महामंडलेश्वर आचार्य यतींद्रानंद गिरि ने अपने संबोधन में श्री बालाजी मानव सेवा समिति के सामाजिक कार्य की प्रसंसा करते हुए कहा कि इस समिति का जो लक्ष्य है मेंहदीपुर बालाजी महाराज मंदिर के तर्ज पर ग्रेटर नोएडा में बाबा धाम श्री बालाजी मन्दिर बनाने का उसके लिए मेरा पूरा आशीर्वाद व सहयोग रहेगा I उन्होंने शरद पूर्णिमा के महत्त्व को बताते हुए कहा कि हमारे देश की पुर्वजों को प्रकृति से जुडी हुई जो अद्भुत जानकारियां होती थी उससे आज के वैज्ञानिक भी अचंभित हो रहे हैं भारतीय लोगों के पास इतना ज्ञान आया कहाँ से उन्होंने अपने संबोधन में बच्चों को शिक्षा के साथ साथ व्यापार कारोबार की ओर भी जागृत करने पर जोर दिया तथा बच्चे संस्कार वान हो अपने गाँव की संस्कृति सभ्यता से जुड़े रहने का सम्पूर्ण प्रयास करते रहना चाहिए क्योंकि बिना संस्कार के जीवन व्यर्थ हो जाता है I ज्योति जलाने से सकारात्मक उर्जा का प्रवाह होता है , दैवीय शक्ति प्राप्त होती है लेकिन आजकल की प्रथा में लोग दीपक बुझाकर जन्म दिन मानते है, दीपक का बुझाना अशुभ होता है इसलिए ऐसे विचारों का बहिष्कार होना चाहिए I
मुख्य वक्ता अशोक बेरी ने अपने संबोधन में सेवा भाव को प्राथमिकता देते हुए कहा कि यदि आपके अन्दर सेवा का भाव आ गया तो समझ जाना चाहिए की आप अपने जीवन का सही मूल्यांकन कर लिया I अनेकों उदहारण के माध्यम से सेवा के महत्त्व को बताते हुए कहा कि अंतरात्मा में सेवा के भाव से परमात्मा का वास हो जाता है और वो सदैव सभी के नजरों में उच्चतम स्थान प्राप्त करते है I सत्यदेवानंद जी महाराज ने अपने संबोधन में समर्पण पर प्रकाश डालते हुए कहा की सच्चा साधक वही है जो राष्ट्र के प्रति समर्पित हो I साधक और समर्पण एक दूसरे के अभिप्राय है I उन्होंने बताया की मनुष्य जीवन में तीन समर्पण भाव रख ले तो उसका जीवन सफल है वो तीन बाते यज्ञ , दान, और तप है और तीनों को कभी छोड़ना नहीं चाहिए अपने पात्रता के अनुसार करते रहना चाहिए I डॉक्टर वी एस चौहान ने अपने संबोधन में समर्पण, सेवा, संस्कार पर चर्चा करते हुए कहा कि इससे राष्ट्रीयता आपके रगों में दौड़ेगी I उन्होंने राष्ट्रीयता का उदहारण इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री जिनकी उम्र 90 साल के बावजूद बंदूख लेकर सैनिक के साथ युद्ध लड़ रहे है इससे बड़ा राष्ट्रीयता का उदहारण नहीं हो सकता I ऐसे ही देश के नागरिक भी राष्ट्र के प्रति पूरी ईमानदारी निष्ठा से अपना समर्पण, सेवा व संस्कार का भाव रखते हैं जिससे राष्ट्र मजबूत हो I संस्था के संस्थापक सतेन्द्र राघव जी ने अपने उद्बोधन में समिति के कार्यों व लक्ष्य की जानकारी दी I उन्होंने समाज के प्रति सभी को अपनी जिम्मेदारियों के प्रति आगाह करते हुए कहा कि अगर हम सब मेरा और तेरा में लगे रहे है तो एक दिन पुनः गुलामी हमारी राह देख रही होगी, इसलिए आवश्यक है कि समय रहते हुए राष्ट्र के सम्मान के प्रति एक रहे Iसमर्पण का भाव जागृत करते हुए सेवा के कार्यों में अपना योगदान देकर सनातन धर्म के संवाहक बनकर संस्कार को जीवंत करते हुए मानव जीवन में समरसता से संपूर्ण सृष्टि के प्रति जल संरक्षण पर्यावरण एवं मानव जीवन के उत्थान और उन्नति के लिए समुचित विचारधारा से समाज कल्याण में कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करते रहें। कार्यक्रम के स्वागत अध्यक्ष आईएमटी के अध्यक्ष मयंक अग्रवाल जी ने सभी मंचासीन पदाधिकारी एवं सभागार में उपस्थित प्रबुद्ध बन्धुओं का स्वागत कर एवं संस्था को अपना संपूर्ण सहयोग प्रदान करने की घोषणा करते हुए संस्था का आभार प्रकट किया I कार्यक्रम का संचालन ओम रायजादा व प्रमोद चौहान ने किया
कार्यक्रम में मुख्यरूप से संस्था के अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रवाल,उपाध्यक्ष मुकेश यादव, योगेन्द्र सोलंकी, महेन्द्र वर्मा, कुलदीप शर्मा,सचिव संजय शर्मा, अंकित मित्तल,मनोज गुप्ता, कोषाध्यक्ष मनोज सिंघल, सम्पर्क प्रमुख विनीत पाण्डेय, लेखाधिकारी आशुतोष जेना, पवन मित्तल, कानूनी सलाहकार नितिन त्यागी, जय प्रकाश, रविकांत चौरसिया, मूर्तिराम आनन्दवर्धन नौटियाल, अनूप राणा, बीना अरोड़ा, सीमा सिंह, प्रतिमा सिंह, रश्मि अरोड़ा, प्रतिभा नेमा, रीना गुप्ता, मिली गुप्ता, संगीता सक्सेना, विनीता शर्मा, किरण मिश्रा, अर्जुन गुप्ता, जितेंदर शर्मा, महिमा पांडेय, नौरंग, विवेक, एड. मुकेश शर्मा, विजय रावल,सुरेश रावल, नवीन राठौर, श्याम रावत, राहुल लम्बरदार , नितिन महेश्वरी, विकास त्यागी, मनवीर, शिवप्रकाश त्रिपाठी, संजीव पाल आदि सैकड़ों प्रबुद्ध जन व पत्रकार बन्धु उपस्थिति रहे I