बागपत। गैर थाने में स्थानांतरण व रवानगी होने के बावजूद भी एसआई प्रभाव में आकर एक मामले की जांच करता रहा यह गंभीर आरोप हरनिवास त्यागी ने लगाया है । जिसमें पीड़ित ने मामले की लिखित शिकायत उच्चाधिकारियों से की है।
मिली जानकारी के अनुसार हरनिवास त्यागी पुत्र राम चंद्र त्यागी निवासी ग्राम रावण उर्फ बड़ागांव थाना खेकड़ा जिला बागपत के रहने वाले हैं। पीड़ित पक्ष की ओर से एक व्यक्ति के ऊपर जमीनी मामले में धोखाधड़ी से पैसे लेने का आरोप है और मामला माननीय जिला न्यायालय में विचाराधीन है।
शुरुआती दौर से इस मामले की जांच खेकड़ा थाने के एस आई विजय दत्त शर्मा को मिली थी। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि विपक्षियों के प्रभाव में आकर विवेचना अधिकारी विजय दत्त शर्मा मामले की गलत तरीके से जांच करके रिपोर्ट लगाते रहे। उसके बाद बीते 16 / 11 / 2020 को खेकड़ा थाने से विजय दत्त शर्मा का ट्रांसफर थाना रमाला पर हो गया। बावजूद इसके एसआई ने 17/11/ 2020 को उक्त उक्त मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। जिसकी जानकारी ऊपरी पुलिस अधिकारियों को भी नहीं थी।
अब सवाल यह है की ट्रांसफर होने के बावजूद विवेचना अधिकारी आखिर इस मामले में इतनी दिलचस्पी क्यों दिखाते रहें।
16 नवंबर 2020 को थाना खेकड़ा से थाना रमाला में ट्रांसफर होने के बावजूद विवेचना अधिकारी विजय दत्त शर्मा ने 17 नवंबर 2020 को उक्त मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दिया। व 18 नवंबर 2020 को कच्चे रोजामचे पर उक्त मुकदमे के पर्चे भी काट दिया।
पीड़ित ने कहा है कि इस मामले को लेकर जब से विवेचना अधिकारी विजय दत्त शर्मा को जांच मिली थी तभी से वह विपक्षियों के साथ मिलकर अपने मनमर्जी जांच कर रहे थे। जिसकी शिकायत भी मैंने की थी लेकिन मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गई।
पीड़ित की ओर से आरोपी अभी है कि मामले की जांच करने के लिए विवेचना अधिकारी विजय दत्त शर्मा ने ₹50000 की मांग भी की हाल में विजय दत्त शर्मा चांदी नगर थाने में कार्यरत है।
पीड़ित ने कहा है की पैसों की धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति लगातार मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं
अगर मामले में विजय दत्त शर्मा निर्णायक जांच करते तो दोषियों को अब तक कठोर सजा मिल गई होती लेकिन वह खुद इस मामले में सलिप्त पाए गए।
28 सितंबर 2021 को पूर्व विवेचना अधिकारी विजय दत्त शर्मा से फोन कॉल पर इस मामले की जानकारी ली गई। जिस पर उन्होंने मामले में अपनी गलती की माफी मांगी और कहा कि अनजाने में हम से यह गलती हुई है।
जिससे पीड़ित ने पूर्व विवेचना अधिकारी विजय दत्त शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।