
संवाददाता
अंकुर निर्भीक दर्पण
गोण्डा/पूर्वी उत्तर प्रदेश में भयंकर आंधी, ओले के साथ भारी बारिश से जीवन हुआ अस्त व्यस्त I जगह से जगह नुकसान की खबर है, इंसानों के घायल की सूचना के साथ कई जगहों से बेजुबान जानवरों की मौत की भी सूचना है I प्राकृतिक आपदा के आगे इन्सान से जानवर सभी बेबस नजर आ रहे है, वही अयोध्या के चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग मुकुंदपुर में संत उमाशंकर महाराज के द्वारा चलाये जा रहे गौवंशों की रख रखाव में बहुत बड़ी समस्या खड़ी कर दी I गौवंशों की सेवा में दिन रात मेहनत करके कथा पूजन से मिले सहयोग राशि से कड़ी मसक्कत के बाद गौवंशों का लालन पालन करते है सेवा करते है, आज तक शासन प्रशासन से कोई सहयोग नहीं मिला है I
अब जबकि इतनी बड़ी प्राकृतिक आपदा में गौवंशों का आशियाना टूट गया है, एकत्रित किये हुए चारे का भी नुकसान हुआ है जिसके चलते महाराज के माथे पर चिंता की लकीरे स्वाभाविक है I गौशाला के रख रखाव की जिम्मेदारी निभा रहे शिष्य कपिल से बातचीत के माध्यम से जानकरी लेने पर उन्होंने बताया कि जो गौशाला कि शेड छत थी वो आंधी में सब उड़ गया है साथ में दीवारों को भी नुकसान पहुंचा है I सनातनी पद्धति और गौवंशों की निःस्वार्थ भाव से सेवा के लिए उमाशंकर महाराज दृढसंकल्पित है बावजूद इसके ऐसी आपदा में शासन प्रशासन व जनमानस से सहयोग की अपेक्षा करना अतिश्योक्ति नहीं होगा I इस गौशाला के आस पास क्षेत्रों में फसल के नुकसान से काफी राहत हुआ है I